हमारे चारों तरफ की दुनिया रंगों से भरी है। रंग या कलर हमारे जीवन को प्रभावित करते हुए हम पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालते हैं | रंगों का प्रभाव शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर होता है। हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा अपने घर में बिताते हैं और कुछ खास रंग हम में कुछ खास भावना पैदा करते हैं, अतः घर में रंगों का सही संतुलन बनाये रखना आवश्यक है। इस तरह घर की दीवारें सुंदर ही नहीं दिखेंगी अपितु उनसे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी होगा। रंगों के चयन के लिए हमें प्रकृति से बहुत कुछ सीखना चाहिए। प्रकृति में रंगो के सामंजस्य को हम अपने घरो में अपना सकतें हैं। आइए जानते हैं, प्रकृति से प्रेरित, आपके घर के लिए उपयुक्त कुछ रंगीन रणनीतियां ।
- भूरा रंग: पृथ्वी को देखिये; यह भूरे रंग की है। स्वभाव से यह सहनशीलता और पोषण को दर्शाती है।
- बेडरूम या ड्राइंग रूम सबसे महत्वपूर्ण कमरें हैं जहां हम अपने थके शरीर एवं दिमाग को ऊर्जावान करते हैं, अतः वहां इस तरह के पोषक रंग का प्रयोग लाभदायक रहता है।
- जो लोग गहरे रंगो को पसंद करते हैं, वह अपने बेडरूम या ड्राइंग रूम में भूरे रंग का प्रयोग दुसरे हलके रंगो के साथ कर सकतें हैं।
- इस प्रकार से हम भूरे रंग के स्वभाव को अपने घर में एवं अपने रोज मर्रा के जीवन में प्रतिलिप्त कर पाएंगे।
- हरा रंग: अपनी दृष्टि हम पेड़ पौधों को ओर ले जातें हैं। प्रकृति में रंगों के तालमेल में, हरे रंग का अनुपात काफी महत्वपूर्ण होता है। स्वभावतः हरा रंग जीवन का प्रतिक होता है।
- हरे रंग की दीवारें घर को जीवंत बनातीं हैं।
- यह हमारी आँखों को सकारात्मक प्रभाव प्रदान करता है एवं हमारे जीवन में समृद्धि का प्रतीकात्मक है।
- हम अपने लिविंग रूम में या डाइनिंग रूम में हरे रंग के शेड्स का उपयोग कर सकतें हैं अवं इसके लाभकारी प्रभावों का आनंद ले सकतें हैं।
- नीला रंग: जल एक बहुमूल्य जीवन श्रोत है। नीला रंग जल को निर्ष्टि करता है। सागर, नदी, झील अवं कई अन्य जल निकायों के रूप में यह हमारे पारिस्थितिक तंत्र या इकोसिस्टम का सबसे बड़ा अंग है। प्रतीकात्मक रूप से नीला रंग गहरेपन एवं शान्ति का द्योतक है।
- इस रंग से हमारी आंखों को ठंडक का एहसास होता है जो हमारे मूड का लाइट रखता है।
- घर के बरामदे या बारादरी में प्रयोग के लिए नीला रंग उपयुक्त है। इस रंग के शेड्स को हम अपनी पसंद के अनुसार चुन सकतें हैं।
- दीवारों पर नीले रंग के होने से, घर में रहने वालों को ख़ुशी और सुख का एहसास होता है।
- लाल रंग: प्राकृतिक ऊर्जा या अग्नि तत्व को दशार्ता है लाल रंग। जब हम लाल रंग के बारे में सोचते हैं तो उत्तेजना, जुनून और गर्मी का विचार हमारे मन में अता है। वैसे हमारे दिनचर्या में लाल रंग प्यार और रोमांस का भी प्रतिक है।
- युवा दंपत्ति अपने बैडरूम में इस रंग का प्रयोग दुसरे हलके रंगों के साथ कर सकतें हैं।
- वह अपने जीवन में गतिविधि, ऊर्जा और इच्छा शक्ति को प्रेरित कर सकेंगे।
- इस रंग के कुछ शेड्स का प्रयोग हम पूजाकक्ष में भी कर सकतें हैं।
- चूंकि लाल एक ज्वलंत रंग है, इसका प्रयोग उन लोगों को कतई नहीं करना चाहिए जिनका व्यवहार गुसैल है। इससे उनके मनःस्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता हैं।
- बैंगनी रंग: राजसी भावना को दर्शाता है बैंगनी रंग, जिसे अंग्रेजी में वॉय्लेट भी कहतें हैं । यह रंग शिष्टता का प्रतीक है।
- घर की दीवारों पर बैंगनी रंग के प्रयोग से हम अर्थ समृद्धि या धन-धान्य परिपूर्णता का आह्वाहन करते हैं।
- बैंगनी और उससे मिलते जुलते हलके रंग का प्रयोग, शाही अंदाज़ पसंद करने वाले, अपने बैडरूम या ड्राइंग रूम में कर सकतें हैं।
- चमक में बैंगनी उच्च आध्यात्मिकता का प्रतीक है। अतः इसे पूजा कक्ष में लगाया जा सकता है। यहाँ स्वेत रंग के साथ इसका मिश्रण बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा।
- सफेद रंग: सफेद यानी श्वेत रंग अपने आप में पूर्णता लिये हुए है, क्योंकि यह सभी रंगों के समावेश से बनता है। यह शुद्धता, पवित्रता और शांति की निशानी माना जाता है।
- यह रंग गर्मी को ज्यादा अब्सॉर्ब नहीं करता है अतः सफेद रंग के प्रयोग से हम घर को शीतल रख सकतें हैं।
- परन्तु इसका एक नुकसान यह भी है कि यह जल्दी गंदा होता है। छत का रंग हमेशा सफेद रखवाना ही लाभकारी होता। ऐसा करने से कमरे ठंढे रहेंगे एवं जल्दी गंदे भी नहीं दिखेंगे।
- अगर आध्यात्मिकता में रूचि हो तो सफ़ेद रंग खूब प्रयोग करना चाहिए। सफेद रंग प्रकाश को परावर्तित या रिफ्लेक्ट करती है अतः यह अन्य सभी रंगों में रच कर उन्हें काफी निखार देती है।
रंग हमें आत्मिक और मानसिक शांति बनाये रखने के में मदद करते हैं। रंगों का स्वाभाव हमारे स्वाभाव से मेल खाये तो घर में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने में आसानी होती है। आशा है इस ब्लॉग के द्वारा बताये गए इन रंगीन रणनीतियों को अपना कर आप अपने घरों में ऊर्जा का संतुलन बना कर वातावरण को शांतिमय रख सकेंगे।