आंतरिक चित्रकला या इंटीरियर पेंटिंग एक घर पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकती है। एक उबाऊ बारामदा आराम और स्वागत करने वाले वातावरण में बदल सकता है, एक आम बाथरूम में स्पा जैसा माहौल बन सकता है, और एक साधारण सा लिविंग रूम स्टाइलिश रूप से आकर्षक दिख सकता है। बाहर की तुलना में इंटीरियर पेंटिंग में सौंदर्यीकरण अधिक प्रमुख भूमिका निभाता है
यदि आप अपने घर में इंटीरियर पेंटिंग से आकर्षक प्रभाव लाना चाहतें हैं, तो, इसके पहले की रंगों के छींटे आपकी दीवार को छुए, आप इन 10 युक्तियों को पढ़ें और आजमाएं।
1. सैंडिंग से सतह की तैयारी
- घर में पेंटिंग के लिए सभी छाँटी हुयी या ट्रिम्ड सतहों को अच्छी तरह से रेगमाल (सैंडपेपर) से रगड़ना चाहिए।
- इससे नए फिनिश को ठीक से बॉन्ड करने में आसानी होती है, जिसके परिणामस्वरूप दीवारें चिकनी होती हैं और समतल बनतीं हैं।
- दीवारों के खुरदरेपन के हिसाब से हम रेगमाल का चयन कर सकतें हैं।
- दीवारों पे अगर टेक्सचर देना हो तो भी सैंडपेपर से दीवारों की सतह को अच्छी तरह से ट्रिम कर लेना चाहिए, वरना टेक्सचर के मटेरियल की बॉन्डिंग मजबूत नहीं रहती और वे जल्दी उखड जाते हैं।
2. सैंडिंग के साथ साथ सतह की मरम्मत
- सैंडिंग करते समय, जब भी सतह के किसी हिस्से को मर्रम्मत की जरूरत हो तो उसे पेंसिल से मार्क कर लेना चाहिए। ऐसा करने से आप सरफेस फिनिश के लिए कुछ भी मिस नहीं करेंगे।
- अगर मर्रमत करने वाली सतह का दायरा बड़ा हो तो हम जिप्सम बोर्ड का प्रयोग कर सकतें हैं।
3. लकड़ी के साथ डेकॉर
- नई लकड़ी के साथ काम करते समय, सबसे पहले प्राइमर का प्रयोग करें।
- उसके बाद पुट्ठी के साथ कील छिद्र को सतह के ऊपर तक भरें।
- फिर सैंडपेपर से सतह को पूरी तरह चिकना करें।
- बिना प्राइमर किये हुए लकड़ी के सतह पर कभी भी चॉक का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से चॉक का तरल वाहन सूख जायेगा और प्रयोग विफल हो जाएगा।
4. डस्टिंग
- इंटीरियर पेंटिंग के लिए सतह की तैयारी बहुत धूल पैदा करती है। क्लीनअप, एक प्रक्रिया है जो पूरे काम के दौरान जारी रहती है।
- धूल के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए दरवाजे और कमरे के वेंट को सील करना एक अच्छा उपाय है। इसके लिए आप प्लास्टिक का प्रयोग कर सकतें हैं।
- आप एक पुराने पेंटब्रश को साफ कर, एक डस्टर के रूप में उपयोग कर सकतें हैं। ऐसा करने से, रंग के फाइनल कोट लगाने से पहले सब कुछ डस्टफ्री हो जाएगा।
5. पेंट टूल्स
- हमेशा गुणवत्तापूर्ण पेंट टूल्स ही खरीदें; कंजूसी न करें। सस्ते उपकरण कभी भी इष्टतम परिणाम नहीं दे सकतें हैं। वे काम को ज्यादा कठिन बना देतें हैं।
- उपकरण पर कुछ पैसे की बचत करके घंटों का श्रम बढ़ाना कोई बचत नहीं है।
6. फिनिश क्वॉलिटी के लिए पेंटिंग टिप्स
- कभी भी एक पूर्ण गैलन पेंट का एकसाथ प्रयोग न करें। अपने रोलिंग पैन में थोड़ा थोड़ा पेंट डालें और सतह पर लगाएं। यदि रोल करने में कुछ समय गुजरता है तो प्लास्टिक के साथ पैन को कवर करें।
- क्रमसः अपने ब्रश से रिम और कैन के किनारों को पोंछते रहें। ब्रश करते समय ब्रश को आधे या उससे कम में डुबोएं और कैन के अंदर आगे और पीछे टैप करें। समय-समय पर अपने ब्रश को साफ़ करें।
- यदि पेंट गंदा हो जाता है, तो इसके मलबे को हटाने के लिए एक नाइलन के चन्नी का प्रओग करें।
7. विशेष प्रभाव के लिए रोलर का प्रयोग
- कुछ रंग, ब्रश करने के बजाय रोल करने पर पर शेड्स को अलग तरह से दर्शाते हैं। अतः रोलिंग पेंट का प्रयोग विशेष प्रभाव लाने में किया जाता हैं। इसे “हैटबैंडिंग” कहा जाता है।
- कमरे को हिस्सों में काट लें और फिर रोल करें। ऐसा करने से शेड्स की यूनिफॉर्मिटी बनी रहेगी।
- दीवार के ऊपर और नीचे अपनी रोल्ड लाइन को एक समान दवाब में रखें। इससे लकीरें नहीं दिखेंगी।
- डोरफ्रेम जैसे वर्टिकल सरफेस के खिलाफ जितना संभव हो उतना करीब से रोल करें। इससे ट्रिंमिंग पर फिनिश अच्छा होगा।
- चूंकि पेंट फैल सकता है, अपने ड्रॉप क्लॉथ को दीवार से सटाकर रखें।
8. ट्रिम पेंटिंग टिप्स
- सबसे पहले, ट्रिम को भागों की एक श्रृंखला के रूप में कंपार्टमेंटलाइज़ करें जो एक साथ बंधे हों। ऐसा करने से शेड्स और फिनिश, दोनों बरकरार रहतें हैं।
- सतह के अनुपात के हिसाब से छोटे या बड़े पैंटब्रुश का प्रयोग करें। बड़े या ओवरसाइज़्ड ब्रश से साथ पेंट के दाने बन सकतें हैं।
- फ्रेम पेंटिंग करते समय, जब तक ऊपरी हिस्सा नहीं हो जाता, निचले जोड़े को पेंट नहीं करें। ब्रश के फर्श पर जाते ही, आप रेशे और धूल को उठाते हैं, जो फिर पेंट के साथ आपके फ्रेम पर लग जाता है।
9. पेंटिंग से सुरक्षा
- पेंटिंग शुरू करने से पहले आप फर्श, फर्नीचर और हार्डवेयर को कवर कर लें।
- छीटों को साफ करने के लिए ड्रॉप क्लॉथ् जरूर रखें।
- डोर नॉब्स और फिक्सचर्स के लिए टेप के साथ सुरक्षित छोटे प्लास्टिक सैंडविच बैग का प्रयोग करें।
10. लूज पेंट का टेस्ट
- ये जानने के लिए की क्या सतह आने वाले वर्षों तक पेंट को धारण रखेगी, आप डक्ट टेप की एक पट्टी के साथ परीक्षण कर सकतें हैं।
- इसके लिए सतह पर ताजा डक्ट टेप की एक पट्टी बिछाएं, फिर इसे खींच दें। यदि सूक्ष्म आकार से अधिक पेंट के गुच्छे निकल जाते हैं, तो आपको सतह को फिर से खुरच कर पेंट करने की आवश्यकता हो सकती है।
हम आशा करते हैं की उपर्युक्त टिप्स या युक्तियाँ आपके इंटीरियर पेंटिंग के कार्य को आसान और असरकारी बनाने में आपकी मदद करेंगी। यदि हमारी सतहों को ठीक से तैयार किया जाता है, तो पेंट बेहतर प्रवाह करेगी, कम लकीर खींचेगी, और अधिक मजबूती से बंधेगी। साथसाथ हमारी तैयार सतह पर पेंट अधिक आकर्षक देखेगी, एवं लंबे समय तक चलेगी। लक्ष्य हमेशा काम को आसान बनाने और गुणवत्ता को बढ़ाने का होना चाहिए।